जीपीएस लक्ष्यीकरण
स्थान निर्धारण इतना सटीक कभी नहीं था
लगभग 4 वर्ष पहले मुश्किल से 5% स्मार्टफोन पर स्थायी रूप से उनके जीपीएस ऑन होते थे | आज यदि हजारों नहीं तो कई सौ ऐप के प्रयोग के कारण (जिनके लिए जीपीएसऑनकरना अनिवार्य होता है) अनुमान और अनुसंधान से पता चलता है कि यह प्रतिशत 80 तक के उच्च स्तर पर होनी चाहिए | इसका अर्थ यह है कि बहुत अधिक संख्या में उपभोक्ताओं के जीपीएस स्थायी रूप से ऑन रहेंगे और इसके साथ उनकी वास्तविक स्थिति निर्धारित की जा सकती है | यह 5 मीटर के आसपास तक सटीक हो सकती है | हालाँकि धोखाधड़ी पूर्ण गतिविधियाँ होती हैं (प्रकाशक अपनी इंवैंट्री नकली जीपीएस कौर्डिनेट्स के साथ बेच रहे हैं क्योंकि इसमें अधिक लाभ है) इसके बावजूद प्रौद्योगिकी मजबूत है और कई अभियान रणनीतियाँ संभव हैं | उदाहरण के लिए रेल की पटरियों पर सेवा प्रदान करना संभव है | या हाईवे पर | विज्ञापनदाता उन ग्राहकों को लक्षित कर सकते हैं जो उनकी शाखा/स्टोर के आस पास हैं |